प्रमुख संवाददाता ॥ चंडीगढ़
हरियाणा केस्कूलों और कॉलेजों में अब राइट टू इन्फर्मेशन (आरटीआई) का एक चैप्टर पढ़ाया जाएगा। स्कूलों और कॉलेजों के कोर्स में इसे शामिल करने की जानकारी शनिवार को मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी ने दी।
गुलाटी ने बताया कि स्कूलों और कॉलेजों में चैप्टर शुरू करने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बच्चे इसके महत्व को समझेंगे, जिससे आगे चलकर प्रशासन को भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसका मकसद युवा पीढ़ी को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आरटीआई की बाबत कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ऐप्लिकेशनों के सभी फॉर्मेट और सार्वजनिक सुविधा की जानकारी वेबसाइट www.rti.gov.in पर दी गई है। आरटीआई अधिनियम-2005 के तहत ऐप्लिकेशन देने में लोगों को सुविधा हो, इसके लिए वेबसाइट को नियमित रूप से डिवेलप किया जा रहा है। मुख्य सचिव के दफ्तर में एक आरटीआई सेल भी बनाई गई है। इसका मुख्य काम अन्य विभागों के साथ आरटीआई से जुड़े कामकाज में तालमेल बनाना है।
मुख्य सचिव ने कहा कि अमूमन सभी विभागों ने अपने नोडल पीआईओ (पब्लिक इन्फर्मेशन ऑफिसर) नामजद किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विभागों को अपने सिटिजन चार्टर तैयार करने के लिए भी कहा गया है ताकि लोगों को सर्विस दिलवाने के मामले में और सुधार लाया जा सके। अब तक 111 विभागों और संगठनों के सिटिजन चार्टर बनाए जा चुके हैं। शेष विभागों और संगठनों के सिटिजन चार्टर पर काम चल रहा है। संबंधित विभागों और संगठनों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी स्तर पर अपने दफ्तरों के नोटिस बोर्ड पर इसे लगाएं। उन्हें अन्य उपयुक्त उपाय जैसे कि एन्युअल रिपोर्ट, उपभोक्ता समूह, वेबसाइट आदि के उपायों को भी अपनाने के लिए कहा गया है, ताकि सिटिजन चार्टर जनता के ध्यान में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नागरिकों को तयशुदा समय में सेवाएं मुहैया करवाने पर जोर दे रही है। इसके लिए 36 सेवाओं की पहचान कर ली गई है। निश्चित समय के भीतर नागरिकों को सेवाएं मुहैया कराने का फैसला किया गया है।
-नव भारत टाइम्स-स्कूलों-कॉलेजों में होगी आरटीआई की पढ़ाई 8 Jan 2012, 0400 hrs IST
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