ब्रजेश पाठक, सासाराम : सूचना का अधिकार ने बड़ों-बड़ों की हेकड़ी बंद कर दी है। भ्रष्टाचार पर वार के बाद अब फर्जी तरीके से नौकरी पाए लोगों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। महादलित का प्रमाण लगा वर्षो से नौकरी का आनंद ले रहे शख्स की 'आरटीआई' ने पोल खोल कर रख दी है।
संपूर्ण क्रांति मंच से जुड़े संजय कुमार दीपक ने सिंचाई विभाग में 1993 से कार्य कर रहे सूर्यदेव राम की जाति का आरटीआई से जानकारी मांगी। जानकारी हाथ आते उनके पैर तले जमीन ही खिसक गई। नोखा के सीओ द्वारा पत्रांक 747 के तहत दी गई जानकारी में सूर्यदेव राम को ग्राम मुजराढ़, जिला रोहतास का निवासी बताते हुए उन्हें सोनार जाति का सदस्य बताया गया है। सिंचाई विभाग में पेट्रोल (अमीन) के पद पर सरकारी नौकरी करने की बात कही है।
हालांकि श्री दीपक को आरटीआई के तहत गंगा पंप नहर प्रमंडल चौसा-बक्सर के कार्यपालक अभियंता द्वारा उपलब्ध करायी गयी जानकारी में सेवा पुस्तिका में सूर्यदेव राम को अनुसूचित जाति का सदस्य बताया गया था।
सूर्यदेव राम की जाति को ले विरोधाभाषी बयानों का मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा हुआ है। सूचना की मांग करने वाले दीपक कहते हैं कि धर्मदेव राम पर पहले से भी कई मामले चल रहे हैं। 1993 से महादलित के नाम पर नौकरी कर रहे हैं। दूसरी ओर सूर्यदेव राम ने सीओ की रिपोर्ट को गलत बताते हुए कहा कि वे अनुसूचित जाति के ही सदस्य हैं।-01.03.2012 07:33 PM (IST) जागरण
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